Posts

Showing posts from June, 2021

भारत में निजीकरण के लाभ और हानि|| Pros and Cons of Privatisation in India

Image
  क्या होता है निजी करण ? निजीकरण वह स्थिति है जब सरकारें हैं सार्वजनिक क्षेत्रों को निजी हाथों में देने का निर्णय का लेती है बहुत ही आम शब्दों में यह कहें तो इसका अर्थ इतना ही है कि जो भी सरकारी संस्थाएं हैं उन का मालिकाना हक या फिर कुछ हिस्सेदारी प्राइवेट यानी कि निजी हाथों में सौंप दिया जाए। भारत में इस वर्ष यह विषय बहुत ही चर्चा में रहा करण मौजूदा भारतीय सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की कई बड़ी कंपनियोंके में भारत के कुछ अमीर और बड़े उद्योग पतियों को हिस्सेदारी के लिए आमंत्रित किया है? जब कभी भी कोई राष्ट्र की सरकार राजस्व संग्रहण, कानून परिवर्तन गणराज्य में संग्रह कर-पालन, सैन्य आपूर्ति करने में विफल हो जाता है तब निजी करण को अपनाने लगता है। विश्व भर में निजीकरण पहली बार सन 1930 में नाज़ी जर्मन के द्वारा उपयोग में लाया गया था। उसके बाद से विश्व में कई दशकों तक अलग-अलग देशों में इसका उपयोग देखा 1930 में जर्मनी में 1950 में ब्रिटेन में 1961 में फिर से जर्मनी में 1970 में शेख चिल्ली में 1980 में ब्रिटेन में उसके बाद यूएसए में 1993 में ब्रिटेन में सबसे बड़े स्तर पर रेलवे निजी करण की ...

Modern trends in designing of electrical machines||विद्युत मशीनों के डिजाइन में आधुनिक रुझान

Image
 The complete design process ,right from the specification requirements to the determination of machine dimensions and other items of information needed for the manufacture of both static and rotating machines, can be considered as a single engineering problem or several interconnected engineering problems. The process of design of a single machine can be divided into three major design problems such as- Electromagnetic design Mechanical design  Thermal design These problems can be solved separately and results combined later on each of these three major problems may further be broken down into simple and loosely related elements. each element can be considered as a separate problem and such as this method involves solution of elements many times over. The other aspects of modern design of electrical machine with designing and number of machines all of which form a part of a single system for example motors, generators and Transformers make a portion of a electromechanical ene...

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस।। International yoga day (21 June)

Image
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस विश्व भर मे स्वास्थ्य एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है ऐसे में संसार की सभी चिकित्सा प्रणालियों ने यह पाया है की किसी भी रोग से बचने का सबसे बढ़िया उपाय यह है की उस रोग को होने से पहले ही रोका जाए। इसी बात को ध्यान रखते हुए आज के दिन 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में हम सभी मनाते हैं। 21 जून को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। योग विश्व भर में उपलब्ध सभी चिकित्सा प्रणालियों में सबसे कम खर्चीली या यूं कहें मुफ्त उपचार है। विश्व भर के वैज्ञानिकों ने जब सभी प्रकार के चिकित्सा प्रणालियों को समझा देखा तो पाया की योग्य न सिर्फ हमारे शरीर अपितु मन और मस्तिष्क दोनों स्वस्थ रहते हैं। योग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसने शरीर को प्रकृति को आधार मानते हुए संतुलित करना होता है।    नित्य योग करने से थायराइड ,डायबिटीज और पथरी या कैंसर, ब्लड प्रेशर ऐसे ही कई छोटी बड़ी बीमारियों से मुफ्त में ऐसे खतरनाक रोगों से बचा जा सकता है।। गर्भ धारण के समय भी योग किया जा सकता है। यह आजकल के नए जमाने में किए जाने वाले जिम और बॉडी बिल्डिंग तरीकों से ...

एक पेड़ हर एक साल ||One Plant by Each in Every Rainy season

Image
Amazon link :  https://amzn.to/3A6mI4a दुनिया भर में होने वाले प्राकृतिक बदलाव इस बात की पुष्टि करते हैं कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें आगे आना होगा।  बढ़ते  प्रदूषण को देखते हुए यह है बहुत आवश्यक हो जाता है की हम जितनी जल्दी हो सके वर्तमान स्थिति को सुधारने एवं भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए प्रयास करें । इस समस्या को ध्यान रखते हुए " एक पेड़ हर एक साल " यह सोच अच्छे भविष्य की ओर इशारा कर रही है आने वाले समय में हमें इसका बहुत लाभ मिलेगा पेड़ों की संख्या लगातार कम होते जा रही है ऐसे में यह सुनिश्चित करना बहुत ही आवश्यक हो जाता है की हर परिस्थिति के लिए हमें तैयार रहना होगा। देश के कई वैज्ञानिक एवं संस्थाएं इसके लिए प्रयास कर रही हैं हमें भी व्यक्तिगत स्तर पर इस मुहिम से जुड़ कर इन लोगों की मेहनत मैं अपना हाथ बढ़ा कर अपने भविष्य को सुरक्षित करना चाहिए ताकि हम अपने साथ-साथ आने वाले भविष्य को बेहतर पृथ्वी तोहफे के रूप में दे सकें। प्रकृति हमें कई रूपों में एक वरदान की तरह प्राप्त हुई है ऐसे भी हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम इसे उतनी ही सुंदर और सुरक्षित आने वाली पीढ़ी हो ...

कैप्टन मिल्खा सिंह || भारतीय धावक (20 नवम्बर 1929 – 18 जून 2021)

Image
  स्वतंत्र भारत के पहले व्यक्तिगत खेलों स्टार मिल्खा सिंह ने अपनी गति और खेल के लिए जुनून की भावना के साथ एक दशक से अधिक समय तक ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में राज किया, कई रिकॉर्ड बनाएं और अपने करियर में कई पदक जीते।  मिल्खा सिंह  मेलबर्न में 1956 ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया,  रोम में 1960 के ओलंपिक और टोक्यो में 1964 के ओलंपिक में मिल्खा सिंह अपने शानदार प्रदर्शन के साथ दशकों तक भारत के सबसे महान ओलंपियन बने रहे। 20 नवंबर 1929 को गोविंदपुरा (जो अब पाकिस्तान का हिस्सा हैं) में एक सिख परिवार में जन्मे मिल्खा सिंह को खेल से बहुत लगाव था,  वह विभाजन के बाद भारत भाग आ गए और भारतीय सेना में शामिल हो गए थे।  सेना में रहते हुए ही उन्होंने अपने कौशल को और निखारा।  एक क्रॉस-कंट्री दौड़ में 400 से अधिक सैनिकों के साथ दौड़ने के बाद छठे स्थान पर आने वाले मिल्खा सिंह को आगे की ट्रेनिंग के लिए चुना गया। जिसने प्रभावशाली करियर की नींव रखी। 1956 में मेलबर्न आयोजित हुए ओलंपिक खेलों में उन्होंने पहली बार प्रयास किया।  भले ही उनका अनुभव अच्छा न रहा हो लेकिन ये ट...

भारतीय मीडिया की वर्तमान स्थिति।

Image
 आज के समय भारतीय मीडिया अपने कर्तव्यों और अधिकारों के लिए प्रयास करने में असफल साबित हो गई है। ऐसे में यह बहुत जरूरी हो जाता है कि सही खबरों की जानकारी लोगों तक पहुचे। इस बात को सिद्ध करने के लिए निम्नलिखित तथ्यों को पढें - सुशांत सिंह राजपूत (अभिनेता) की मृत्यु पर छह महीने से भी ज्यादा की मीडिया कवरेज। इस बीच भारत में होने वाली corona के हालात को न दिखाना।  किसान आंदोलन को गंभीरता से लोगों तक न पहुंचाना।  अपने देश के किसानों को आतंकवाद से संबंधित बताया।  5.महंगाई के मुद्दे पर चर्चा न करना अपितु यह समर्थन करना     की सब कुशल मंगल है। 6. किसानों को उनके लिए स्वयं का अखबार प्रकाशित करना      पड़ा।  7. आगर आप टेलीविजन चैनलों को ध्यान से सुने तो आप        को पता चलेगा की पांच बार एक ही बात दोहराते हैं और        ग्राफिक चित्राें का प्रदर्शन भयंकर ध्वनि प्रभाव से चलता        रहता है। ऐसे में यह बहुत जरूरी हो जाता है कि सही खबरों के मुताबिक एक बार फिर अपने लिए सही माध्यम से प्राप...